मुंगेली जिले के कुसमी प्लांट में मृतक मजदूरों के परिजनों के साथ लंबी बहस के बाद कुसुम प्लांट प्रबंधन ने 35 लाख मुआवजा देने की बात मानी, छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना का रहा सहयोग-
मुंगेली। बिलासपुर/ मुंगेली जिले के कुसुम प्लांट में हादसे में मृत सीनियर फिटर ग्राम तागा के परिवार के साथ लंबी बहस के बाद 35 लाख रुपये मुआवजा देने के लिए कंपनी प्रबंधन राजी हुवे, 24 घंटे तक बिलासपुर सिम्स हॉस्पिटल के मरचुरी में शव अपने अंतिम संस्कार का इन्तेजार कर रहा था, और प्लांट प्रबंधन मामले को दबाने के लिए परिजनों के द्वारा मांगे गए 50 लाख की राशि को कम कराने के लिए सौदे में लगा रहा, अंतिम में कही जा कर परिजनों और प्रबंधक के बीच आपसी बातचीत के बाद मामला 35 लाख में माना गया।
मुंगेली जिले के स्टील प्लांट में हादसा मामले में परिजनों के साथ छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के पदाधिकारियों ने की न्याय की मांग-
शव को बिलासपुर सिम्स लाने के बाद परिजनों के साथ छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना बिलासपुर के पदाधिकारी मरचुरी के बाहर डटे हुवे थे, लगातार प्रबंधन के द्वारा सभी परिवारों को अलग-अलग बुला कर मामले को जैसे तैसे रफा-दफा करने में लगा रहा, कंपनी प्रबंधन के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी कंपनी प्रबंधन के साथ परिजनों को मनाने में लगे रहें।
मुंगेली जिले के स्टील प्लांट में बड़ा हादसा, मलबे में दबने से मजदूर की मौत-
मृतक परिवार के परिजनों ने प्रशासनिक अधिकारियों पर कंपनी प्रबंधन का सहयोग करने की बात कही, पीड़ित परिवार के साथ प्रशासनिक अधिकारी दलालों की तरह सौदा करने का आरोप लगाया!