निजी स्कूलों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना ने सौंपा ज्ञापन-
अनधिकृत किताबों से पढ़ाई बंद कर, केवल NCERT की पुस्तकें लागू करने की मांग-
बिलासपुर | आरुग न्यूज । छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के जिला संयोजक अनिल कुमार पाली ने बिलासपुर जिले के समस्त निजी स्कूलों में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम को ही लागू करने की मांग को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी बिलासपुर को एक लिखित ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया गया है कि जिले के कई निजी विद्यालय वर्तमान में एनसीईआरटी के बजाय निजी प्रकाशकों की महंगी किताबें विद्यार्थियों को खरीदने के लिए बाध्य कर रहे हैं। इससे पालकों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ पड़ रहा है, साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता में भटकाव भी उत्पन्न हो रहा है।
शासन के निर्देशों की हो रही अनदेखी
अनिल कुमार पाली ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन के अनुसार, कक्षा पहली से बारहवीं तक केवल एनसीईआरटी की किताबों से ही पढ़ाई कराना अनिवार्य है। बावजूद इसके, निजी स्कूलों में इस नीति की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। उन्होंने कहा कि निजी प्रकाशन की किताबें न केवल महंगी होती हैं, बल्कि उनके पाठ्यक्रम और भाषा स्तर भी सरकारी दिशा-निर्देशों से मेल नहीं खाते। इससे छात्र-छात्राओं को लाभ के बजाय नुकसान हो रहा है।
संगठन की तीन प्रमुख मांगें
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना द्वारा जिला प्रशासन से तीन प्रमुख मांगें की गई हैं:
1. जिले के सभी निजी विद्यालयों को लिखित निर्देश देकर केवल एनसीईआरटी की पुस्तकें लागू की जाएं।
2. विद्यालयों में नियमों का पालन हो रहा है या नहीं, इसका नियमित निरीक्षण किया जाए।
3. पालकों पर डाले जा रहे आर्थिक बोझ को तुरंत रोका जाए और अनियमित स्कूलों पर कार्रवाई की जाए।