सड़क और चौक का नामकरण छत्तीसगढ़ के पुरखों के नाम पर करने की मांग तेज- छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना बिलासपुर-
बिलासपुर। नगर निगम बिलासपुर द्वारा हाल ही में कुछ सड़कों और चौक-चौराहों का नामकरण छत्तीसगढ़ के पुरखों के नाम पर नहीं किए जाने को लेकर छत्तीसगढ़िया समाज लामबंद हो गया है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के नेतृत्व में जिला कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान संगठन ने इस निर्णय का कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए चेतावनी दी कि यदि सड़क और चौक का नाम छत्तीसगढ़ के पुरखों के नाम पर नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन किया जाएगा।
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के जिला उपाध्यक्ष अनिल पाली ने कहा कि “क्या छत्तीसगढ़ में महापुरुषों और महानायिकाओं की कमी है? यह वही धरती है जहां जनकवि लक्ष्मण मस्तूरीया, भरथरी गायिका सूरज बाई खांडे, छत्तीसगढ़ी भाषा-साहित्यकार पालेश्वर शर्मा जैसे दर्जनों पुरखों ने जन्म लिया। अगर नगर निगम को नामकरण करने का इतना ही शौक है तो पहले इन हस्तियों के नाम पर सड़क और चौक का नामकरण किया जाए।
वहीं जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के जिला अध्यक्ष ठा. शैलू छत्तीसगढ़िया ने कहा कि जिस प्रकार अन्य राज्यों में वहां के महापुरुषों और पुरखों के नाम पर चौक और सड़क का नामकरण होता है, वैसे ही छत्तीसगढ़ में भी प्राथमिकता के साथ यही परंपरा अपनाई जानी चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि लक्ष्मण मस्तूरीया समेत दर्जनों छत्तीसगढ़ी पुरखों के नाम पर नामकरण नहीं किया गया तो क्रांति सेना उग्र आंदोलन करेगी, क्योंकि अब छत्तीसगढ़िया समाज जाग चुका है और अन्याय बर्दाश्त नहीं करेगा।
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के जिला उपाध्यक्ष संजू भोयरा ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विभूतियों को भुला कर दोनों राष्ट्रीय पार्टी अपने संगठन के पुरखों की मूर्तियों को छत्तीसगढ़ में स्थापित करने में लगे है इन्हें छत्तीसगढ़ से कोई लेना देना नही है।
ज्ञापन सौंपने के दौरान बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के पदाधिकारी, छत्तीसगढ़िया समाज के लोग मौजूद रहे और ‘छत्तीसगढ़िया पुरखों के सम्मान में ही नामकरण हो’ की जोरदार मांग की गई जिसमें विशाल कौशिक, अजय सूर्या, मुकेश यादव, बलराम साहू, रामायण निषाद, सूरज, लोकेश निषाद, पियूष यादव, मनोज कौशिक और अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहें ।