महादेव घाट रायपुर में छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के द्वारा भव्य खारुन आरती का आयोजन 28 अप्रैल को किया जा रहा है, पढ़िए क्या होगा खास!
महादेव घाट में स्थाई पाटा लगा कर कब्जा करने वालों के द्वारा दूसरे प्रदेश के पंडितों से आरती के नाम पर क्यू आर कोड के माध्यम से सहयोग मांगा जा रहा है!
रायपुर। जिले के पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध महादेव घाट में छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के द्वारा खारुन दाई की आरती करने की जानकारी दी गई है, ऐसा पहली बार हो रहा है जब इतने बड़े रूप में छत्तीसगढ़िया समाज खारुन नदी की की आरती करने के लिए आघे आ रहें है, इससे पहले माघी पुन्नी मेले के समय स्थानीय पुजारियों के द्वारा खारुन आरती की जाती रही है।
आप को बता दें कि महादेव घाट में कुछ समय से दूसरे राज्य से आये पंडितों के द्वारा खारुन गंगा आरती के नाम पर घाट में कब्जा कर बड़े बड़े स्थाई पाटा लगा दिया गया था, जिससे वहां आने वाले पर्यटकों को भी परेशानी का सामना करना पढ रहा था, इसके साथ ही स्थानीय नाविकों के भी रोजगार में फर्क पढ़ रहा था, इसके साथ ही महादेव घाट में होने वाले खारुन गंगा आरती विवादों में छागया, जिसके बाद इस मामले में छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना से संज्ञान लेकर हटकेश्वर महादेव मंदिर के पुजारियों और नाविक संघ के साथ बैठक कर महादेव घाट में पाटा लगा के कब्जा करने का विरोध सुरु कर दिया जिसके बाद बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़िया समाज इसका विरोध करने लगा।
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के पदाधिकारियों ने बताया कि महादेव घाट में कैमरे लगे हुवे है जिससे घाट में स्नान करने वाली महिलाओं के इज्जत के साथ खिलवाड़ है जिसका विरोध हम करते है, साथ ही पाटा लगा के आरती करने से वंहा आने वाले श्रद्धालुओं को घाट में जगह नही मिलती जिसके कारण पर्यटकों का आना कम हो गया है, साथ ही घाट में पाटा लगाने से पहले आयोजन समिति के द्वारा स्थानीय पंडितों से अनुमति नही ली गई है, जो कई पीढ़ियों से खारुन नदी की आरती कर रहें है।